ऋणदारिद्रयदुःखेन शत्रूणां च भयात्ततः॥११॥ शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। अलग-अलग दिन पड़ने वाले प्रदोष की महिमा अलग-अलग होती है। सोमवार का प्रदोष, मंगलवार को आने वाला प्रदोष और अन्य वार को आने https://johnm417wyy6.bloguerosa.com/34517224/the-greatest-guide-to-karj-mukti-upay