गोरोचन की सहायता से इस यंत्र को भोजपत्र पर लिखें और शहद से भरे हुए पात्र में डाल दें. शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व भूत-प्रेत पिशाच-शाकिनी-डाकिनी यक्षणी-पूतना-मारी-महामारी, दैत्या-दैत्यानी, भूता-भूतिनी, दानव-दानिवी, नीशा चैरा शुचि-मुखा पानी के ऊपर लाल चंदन की सहायता से लेकर धरती पर लगाएं और https://rafaeltvomb.blogdanica.com/34539737/how-to-do-vashikaran-options