३४) जो तव नाम जपै मन लाई, अल्पकाल महं रिपुहिं नसाई॥ * किसी भी पाप की मुक्ति के लिए सतभिषा नक्षत्र में जाप करें २००० बार लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि हर दिन जाप की संख्या को उतना ही रखें जितना संख्या अपने पहले दिन रखी थी, इसमें https://hylistings.com/story11033578/how-much-you-need-to-expect-you-ll-pay-for-a-good-vashikaran